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रूठी हुई क™म को मानते है च™ो आज फिर से ™िखते है

रूठी हुई क™म को मान�..

A Poem by Mr Shayar


रूठी हुई क™म को मानते है च&tra..
नही हम में कोई अनबन नही है

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A Poem by Mr Shayar


नही हम में कोई अनबन नही है
अब यंहा नहीं, कँहा हूँ मैं

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A Poem by Mr Shayar


अब यंहा नहीं, कँहा हूँ मैं