एक टुकड़ा आसमाँ �™े आना

एक टुकड़ा आसमाँ �™े आना

A Poem by Mr Shayar
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एक टुकड़ा आसमाँ �™े आना

"

जब आ�" कभी मुझसे मि�™ने तो एक टुकड़ा आसमाँ �™े आना
चंद खवईसे �™े आना, थोड़ा जूनून �™े आना ||


एक मुकम�™ उम्र �-ुजारनी है साथ तुम्हारे
थोड़ी तुम च�™ी आना, थोड़ा मुझे �™े आना ||


अ�-र शिकायते हो मुझसे तो हिज़ाब न रखना
कुछ मैं समझ जाऊं�-ा, थोड़ा तुझ मान जाना ||


जो �-ुजरना था वो �-ुजर �-या है, उसे ताउम्र याद क्या रखना
मैं धुंआ बन जाऊं�-ा, तुम हवा बन जाना ||


एक नई राह, एक नई मंजि�™ है, च�™ो च�™ते है साथ मैं
मैं तुम्हारा बन जाऊं�-ा, तुम मेरी हो जाना ||


"शायर"

© 2017 Mr Shayar


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58 Views
Added on August 5, 2017
Last Updated on August 5, 2017
Tags: आसमाँ love

Author

Mr Shayar
Mr Shayar

Jaipur, Rajasthan, India



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