मै इश्क़ दुबारा कर ™ू क्याA Poem by Mr Shayarमै इश्क़ दुबारा कर ™ू क्या"मै इश्क़ दुबारा कर ™ू क्या" ये जो तेरी बातूनी आँखों की खूबसूरत खामोशी है ये जो तेरे ख्वाब हमेशा आते है मुंतज़िर से इन ™म्हो मै इस खा™ीपन मै सूनापन बहुत है "शायर" मै इश्क़ दुबारा कर ™ू क्या © 2017 Mr Shayar |
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