MaaA Poem by Anshuman Aryav1 Matla 2 Sher pesh Kar Raha Hu aap sabhi ke Saath. I hope apko ye Pasand ayega.कितनी प्यारी है वो कितनी ख़ूबसूरत है माँ तो उस खुदा की पाक एक मूरत है क्या है माशूका क्या प्रेमिका नहीं जाना माँ ही पह™ी "र आखिरी मोहब्बत है जिसके साथ माँ का प्यार दुआ है रहता उसको "र फिर दुआ की क्या ज़रूरत है ©अंशुमन आर्यव © 2019 Anshuman AryavAuthor's Note
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