Maa saraswatiA Poem by Anshuman AryavA hindi poem for goddess of art and music.....maa shardyaतू ही है भक्ति, तू ही है शक्ति, तुझसे है -ीत, तू ही सं-ीत, माँ तू है हर पुस्तक में, जन-जन के मस्तक में, तू ही क™ा का शृं-ार है, वादय यंत्रो का उपहार है, सात सुरों के सं-म में तू, क™ा के कण-कण में तू, हर दिशा में तू है माँ, पर हम सब है माँ तेरी चरण में, ™े™े हमे तू अपनी शरण में, मेरी ये रचना माँ, कर रहा हूँ तेरे नाम, बस मां- रहा हूँ एक वरदान, दूर कर हमसे अज्ञान… © 2017 Anshuman Aryav |
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3 Reviews Added on September 8, 2017 Last Updated on September 8, 2017 Author
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