परिवार

परिवार

A Poem by Charu Singh

परिवार ( family)

परिवार किसी के कहने से नहीं होता,
उसे बनाने के किए दि�™ चाहिए,
दि�™ में संतुष्टि,
�"र संतुष्टि में प्रेम चाहिए।

परिवार को परिवार का नाम देने की जरूरत नहीं,
कोई खून के रिश्ते की जरूरत नहीं।
जरूरत है तो बस,
जताने �"र निभाने की।

आदर दो, खुशी दो,
दि�™ में उनके �™िए कपट �"र ज�™न ना हो,
यही निभाना है,
�"र यही कहने से नहीं कार्यों से जताना है।

आप उनकी खुशी में खुश हो जा�",
उनके दुख में दुखी,
हर वक्त साथ निभा�",
दिखावटी नहीं, दि�™ से सम्मान करो।

© 2020 Charu Singh


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Added on July 16, 2020
Last Updated on July 16, 2020
Tags: hindi, Family

Author

Charu Singh
Charu Singh

Etawah, Uttar pradesh, India



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Paint me Paint me

A Poem by Charu Singh