Mr Shayar : Writing

रात गहरी हो गयी च�™ो सो जाते है।

रात गहरी हो गयी चलो ..

A Poem by Mr Shayar


रात गहरी हो गयी च�™ो सो जì..
अब यंहा नहीं, कँहा हूँ मैं

अब यंहा नहीं, कँहा ह..

A Poem by Mr Shayar


अब यंहा नहीं, कँहा हूँ मैं
 ए दि�™ तुम भी ना कमा�™ करते हो||

ए दिल तुम भी ना कमा�..

A Poem by Mr Shayar


ए दि�™ तुम भी ना कमा�™ क..
पयार मैं धीरे धीरे ज�™ना अछा �™गता है

पयार मैं धीरे धीरे �..

A Poem by Mr Shayar


पयार मैं धीरे धीरे ज�™ना..
बद�™ते से रिश्ते

बदलते से रिश्ते

A Poem by Mr Shayar


बद�™ते से रिश्ते
च�™ो समेटते है यादो को फिर से जरा

चलो समेटते है यादो �..

A Poem by Mr Shayar


च�™ो समेटते है यादो को फि..
एक टुकड़ा आसमाँ �™े आना

एक टुकड़ा आसमाँ ले आ�..

A Poem by Mr Shayar


एक टुकड़ा आसमाँ �™े आना
धागा

धागा

A Poem by Mr Shayar


एक धागा राखी का
मै इश्क़ दुबारा कर ™ू क्या

मै इश्क़ दुबारा कर �..

A Poem by Mr Shayar


मै इश्क़ दुबारा कर ™ू क्यì..
 उस रात मैं

उस रात मí..

A Poem by Mr Shayar


कुछ मुरझाये हुऐ खाव्ब थे ç..

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